Animal Husbandry and Fisheries Department of Madhya Pradeshपशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग,मध्य प्रदेश सरकारपशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग,मध्य प्रदेश सरकार के पशु चिकित्सालय एवं कृत्रिाम गर्भाधान केन्द्र पशु चिकित्सा एवं पशु रोगों की रोक थाम के लिये 39 पशु अस्पताल 785 प्रथम वर्गीय पशु चिकित्सालय एवं 29 चलंत पशु चिकित्सालय कार्यरत है इसके प्रभारी पदाधिकारी क्रमश: पशु शल्य चिकित्सक, भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारी एवं चलंत पशु चिकित्सा पदाधिकारी होते है। पशुपालन एवं पशु विकास कार्यक्रमों के तहत पशुपालन का वैज्ञानिक आदान प्रदान कर एक उद्योग के रूप में विकसित करने लिए नश्ल सुधार कार्यक्रम चलाने के लिए विदेशी नश्ल के जर्सी, फ्रोजियन एवं ग्रामीण क्षेत्रों में उन्नत शंकर नश्ल के साँढ़ों का उपयोग कर राज्य में दूध उत्पादन में वृध्दि लाने हेतु किया जा रहा है। नश्ल सुधार हेतु तरल रूप एवं फ्रोजेन शुक्र वृध्दि से कृत्रिाम गर्भाधान कराने के लिए 23 पशु विकास कार्यालयों एवं 1401 कृत्रिाम गर्भाधान केन्द्र की स्थापना की गयी है। वर्तमान में 423 कृत्रिाम गर्भाधान केन्द्र कार्यरत हैं। शेष केन्द्रों की स्थापना की जा रही है। |