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"तुम्हें ठीक मालूम है?"
"जी सरकार।"
"मैं भी जनता हूं। जनरल साहब क सब कुत्ते अच्छी नस्ल के हैं, एक-से-एक कीमती कुत्ता है उनके पास। और यह! तो बिल्कुल ऐसा-वैसा ही है, देखो न! बिल्कुल मरियल है। कौन रखेगा ऐसा कुत्ता? तुम लोगों का दिमाग तो खराब नहीं हुआ? अगर ऐसा कुत्ता मास्का या पीटर्सबर्ग में दिखाई दे तो जानते हो क्या हो? कानून की परवा किये बिना, एक मिनट में उससे छुट्टी पाली जाये! खूकिन! तुम्हें चोट लगी है। तुम इस मामले को यों ही मत टालो।...इन लोगों को मजा चखाना चाहिए! ऐसे काम नहीं चलेगा।"
"लेकिन मुमकिन है, यह जनरल साहब का ही हो," सिपाही बड़बड़ाया, "इसके माथे पर तो लिखा नहीं है। जनरल साहब के अहाते में मैंने कल बिल्कुल ऐसा ही कुत्ता देखा था।"
"हां-हां, जनरल साहब का तो है ही!" भीड़ में से किसी की आवाज आयी।
"हूंह।...येल्दीरिन, जरा मुझे कोट तो पहना दो। अभी हवा का एक झोंका आया था, मुझे सरदी लग रही है। कुत्ते को जनरल साहब के यहां जाओ और वहां मालूम करो। कह देना कि मैने इस सड़क पर देखा था और वापस भिजवाया है। और हॉँ, देखो, यह कह देना कि इसे सड़क पर न निकलने दिया करें। मालूम नहीं, कितना कीमती कुत्ता हो और अगर हर बदमाश इसके मुंह में सिगरेट घुसेड़ता रहा तो कुत्ता बहुत जल्दी तबाह हो जायेगा। कुत्ता बहुत नाजुक जानवर होता है। और तू हाथ नीचा कर, गधा कहीं का! अपनी गन्दी उंगली क्यों दिखा रहा है? सारा कुसूर तेरा ही है।"
"यह जनरल साहब का बावर्ची आ रहा है, उससे पूछ लिया जाये।...ऐ प्रोखोर! जरा इधर तो आना, भाई! इस कुत्ते को देखना,तुम्हारे यहां का तो नहीं है?"
"वाह! हमारे यहां कभी भी ऐसा कुत्ता नहीं था!"
"इसमें पूछने की क्या बात थी? बेकार वक्त खराब करना है," ओचुमेनलोव ने कहा, "आवारा कुत्ता यहां खड़े-खड़े इसके बारे में बात करना समय बरबाद करना है। तुमसे कहा गया है कि आवारा है तो आवारा ही समझो। मार डालो और छुट्टी पाओ?
"हमारा तो नहीं है,"प्रोखोर ने फिर आगे कहा, "यह जनरल साहब के भाई का कुत्ता है। हमारे जनरल साहब को ग्र हाउ।ड के कुत्तों में कोई दिलचस्पी नहीं है, पर उनके भाई साहब को यह नस्ल पसन्द है।"
"क्या? जनरल साहब के भाई आये हैं? ब्लादीमिर इवानिच?" अचम्भे से ओचुमेलोव बोल उठा, उसका चेहरा आह्वाद से चमक उठा। "जर सोचो तो! मुझे मालूम भी नहीं! अभी ठहरंगे क्या?"
"हां।"
"वाह जी वाह! वह अपने भाई से मिलने आये और मुझे मालूम भी नहीं कि वह आये हैं! तो यह उनका कुत्ता है? बहुत खुशी की बात है। इसे ले जाओ। कैसा प्यारा नन्हा-सा मुन्ना-सा कुत्ता है। इसकी उंगली पर झपटा था! बस-बस, अब कांपो मत। गुर्र...गुर्र...शैतान गुस्से में है... कितना बढ़िया पिल्ला है!
प्रोखोर ने कुत्ते को बुलाया और उसे अपने साथ लेकर टाल से चल दिया। भीड़ खूकिन पर हंसने लगी।
"मैं तुझे ठीक कर दूंगा।" ओचुमेलोव ने उसे धमकाया और अपना लबदा लपेटता हुआ बाजार के चौक के बीच अपने रास्ते चला गया।Bihar became the first state in India to have separate web page for every city and village in the state on its website www.brandbihar.com (Now www.brandbharat.com)
See the record in Limca Book of Records 2012 on Page No. 217